Words scattered

1.
मैं एक शख्स हूँ जिसका अंदाज़ तुम हो,
मेरी ज़िंदगी एक मुसाफ़िर है उसका जहाज़ तुम हो,

मन में जो हलचल है उसका राज़ तुम हो,
जिसकी धुन अच्छी लगे वो साज़ तुम हो,

हर पल अपनी सी लगने वाली आवाज़ तुम हो,
मैं अंत हूँ तो आगाज़ तुम हो,
मैं बेजोड़ हूँ तो लाजवाब तुम हो ।

2.
अपनी यादों को मुझ तक आने से रोक लो
यूँ पल पल में ज़िन्दगी गुज़र जाने से रोक लो,
आ जाओ कि अब शाम हो चुकी है,
मेरी सारी उम्मीदें तमाम हो चुकी हैं,
मेरी सांसों को टूट कर बिखर जाने से रोक लो,
यूँ पल पल में जिंदगी गुज़र जाने से रोक लो।

3.
जागना तो उन्हें आज सारी रात होगा
आज सपनों में उनके मेरा साथ होगा
ऐ दिल ज़रा धड़कना धीरे तो कर
आ जाने दे वो पल फिर तेरा हिसाब होगा

पहले तो आ के उन्हें पास है बैठना
शुरू बातों का सिलसिला उसके बाद होगा

दूरियां नजदीकियों में बदलेंगी तब
तय सदियों का फासला पल में आज होगा

पहले वादा तो कर लें, न जाएँगे वो
बस सांसों का मेरे आगाज़ यही होगा।

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