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Showing posts from October, 2014

जब से

जब से खाया है धोखा तुमसे,मुझे हर निगाह में चोर नज़र आता है; मुड़ जाऊँ चाहे जिधर कहीं, हर रास्ता बस तेरी ओर नज़र आता है। चाहत है कि मिटा दूँ तेरी याद अपने दिल से, पर बस यहीं ये कमबख्त क...

दिल में नफ़रत

दिल में नफ़रत होठों पे प्यार दिखाना ना आया, जो मेरा है मुझे उसपे भी अधिकार जाताना ना आया। लोग कैसे दो चेहरे लेकर जी लेते हैं, दर्द में भी अपने होंठ कसकर सी लेते हैं। मैं तो थक गई ...