नहीं
मैंने माना कि गलती की तुमसे मोहब्बत कर के तू ना हुआ मेरा तो भी कोई गिला नहीं; मैं तो सो गयी थी तेरे कांधे पे सर रख कर वो तो तू है जो मुझे ख़्वाब में भी मिला नहीं।
If equal affection can never be, let the more loving be me. (W H Auden)