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Showing posts from April, 2014

हंसने का बहाना दे दो

रोने के ठिकाने बहुत हैं हंसने का बहाना दे दो। गुन गुन करती फिरती रहूं एक ऐसा फसाना दे दो समझौतों की दुनियां है ये समझौतों के ही रिश्ते हैं तभी हैं डरते इस धरती पर रहने से भी फ...

kash agar!!

तुम कहते तो दिन हो जाता तुम कहते तो होती रात मूँद के आँखें मान मैं जाती तेरी झूठी सच्ची बात काश अगर मैं अंधी होती !!! बगिया लगते ये घर आँगन स्वर्ग सा लगता तेरा साथ खुश हो जाती थोड़ा पा कर जो दे देते तेरे हाथ काश अगर मैं अंधी होती